ब्यूरो (UNV)
बीते कई दिनों से उत्तराखंड के दूरस्थ पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार बारिश हो रही है। बारिश थमने का नाम नहीं ले रही है। ज्यादा बारिश होने के कारण से पहाड़ के कई जगहों पर पहाड़ में भूस्खलन व बादल फटने की घटना सामने आती है । आज सुबह-सुबह जनपद पिथौरागढ़ से कुछ ऐसी घटना सामने आई है । जिससे पता चलता है कि पिथौरागढ़ में बादल फटने से भारी तबाही मची व नुकसान हुआ हैं।
पिथौरागढ़ में बादल फटने से हुआ नुकसान |
धारचूला तहसील एवं नेपाल के गांव में एक साथ बादल फटने से देर रात को भारी तबाही मची। जिस तबाही से धारचूला में सर्वाधिक गांव में हड़कंप मच गया। इस घटना में स्थानीय करीब 9 लोग लापता बताए जा रहे हैं। जबकि कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। अचानक बादल फटने की आवाज से रात में ही गांव से भागकर ग्रामीणों ने सुरक्षित जगह चले गए। इस घटना को शासन प्रशासन द्वारा एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, राजस्व दल मौके को रवाना हो चुका है।
हाइवे सहित सभी पैदल मार्ग बंद होने से गांव सुरक्षा कर्मी उन तक पहुच नही पाये। इसके अलावा उत्तराखंड के नजदीकी देश नेपाल के सिरबगड़ में बादल फटने से आए मलबे ने काली नदी का प्रवाह रोक दिया। जिस कारण से ज्यादा नुकसान की चिंता बनी हुई है। धौलीगंगा जल विद्युत परियोजना के प्रशासनिक कार्यालय और कॉलोनी तक काली नदी का पानी जमा हो गया। स्थानीय लोग यहाँ रहने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों ने दहशत के साए में किसी तरह से तीन मंजिला भवन की छत पर रात बिताई । धारचूला में स्थिति अंतरराष्ट्रीय झूला पुल तक पानी पहुंच पहुंचे की संका बनी हुई है। देर रात को एसडीएम और पुलिस ने नदी किनारे स्थित मकानों में रहने वाले लोगों को सजग किया व सुरक्षित स्थानों में जाने की चेतावनी दी।
इस आपदा में कई स्थानीय लोगों की लापता होने की भी खबर है। इस घटना को देखते हुए शासन प्रशासन टीम पहुंच कर उनको ढुटने का कार्य शुरु करेगी। इसी तरह की घटना दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रही है। पहाड़ के कुछ हिस्से जो जर्जर हालत मे है। कभी भी इनकी खिसकने की खबर सामने आ सकती है। जिससे कई लोगों की जान को खतरा बढ़ सकता है। अभी भी मौसम विभाग ने उत्तराखंड के कई जिलों में बारिश की भारी अलर्ट जारी किया है।