खड़क सिंह (UNV)
कुमाऊं क्षेत्र के जाने-माने मशहूर लोकगायक संदीप सोनू द्वारा कई सुपरहिट गीत प्रस्तुत किए हैं "फवां बाघ रे" व "बरंडी बोतल" जैसे सुपरहिट गीत लोगों को नाचने पर मजबूर कर देते है। इन सुपरहिट गीतों के बाद गीतों के बाद हाल ही में हुआ रिलज "रीना" गीत भी हिट हो रहा है । इस गीत में भी लोगों के दिल में राज कर लिया है, इस गीत का वीडियो बहुत खूबसूरत ढंग से फ़िल्मया गया है। इस वीडियो गीत में बचपन में स्कूल जाते या आते समय "रीना" ( पहाड़ की चेली) की खूबसूरती का वर्णन किया है।
गीत के बोल "पहाड़ की चेली रीना तेरी खुट झावर बाजनी छमा छम" बोल के साथ यह गीत को संदीपसोनु ने अपनी खूबसूरती आवाज से सजाया है। यह मधुर आवाज लोगों के कानों में गूंजती है । संदीपसोनु के गीतों का इंतजार संगीत प्रेमीयों को हमेशा रहता है ।
पहाड़ की चेली रीना गीत की वीडियो
रीना गीत की वीडियो को उत्तराखंड की सुंदर पहाड़ियों में फ़िल्मया गया है गांव मैचोड़ अल्मोड़ा, होम स्टे ओक्स अल्मोड़ा में शूटिंग की गई । इस गीत को संदीप सोनू ने अपनी आवाज दी है। इस गीत में संगीत उत्तराखंड के महसूर संगीत कार चंदन द्वारा दिया गया है। बात आती है रिदम की तो इस गीत में में तबला-ढोलक के साथ सुभाष पांडे द्वारा इस गीत को सजाया गया है सुभाष पांडे हर गीत को अपने लगन वह मेहनत के साथ रिदम देकर लोगों को आकर्षित करते हैं।
उत्तराखंड के पहाड़ी गीतों में अधिकतर रिदम सुभाष पांडे द्वारा ही दिया जाता है जिसकी इसमें सुभाष पांडे रिदम देते हैं उसकी वह गीत सुपर डुपर गीत बन जाता है। इस वीडियो गीत में अभिनय किया है उत्तराखंड के जाने-माने टिक टॉक टॉक कलाकार स्टार विशु रौतेला वह भावना चुफाल ने। इस गीत में निर्देशन किया है कुमाऊं के जाने माने कलाकार दीपक पुल्स ने। गीत की रिकॉर्डिंग नीतेश बिष्ट ने किया है। इस वीडियो डी ओ पी शिवा वर्मा हैं। इस वीडियो गीत को 1लाख 30 हजार लोगों द्वारा यूट्यूब पर देखा गया यह वीडियो संदीपसोनु ऑफिसियल चैनल से रिलीज हुआ है।
उत्तराखंड में सबसे अधिक लोगों द्वारा सुना जाने वाला संदीपसोनु का गीत "फवां बाघ रे"
स्वर्गीय लोकगायक श्री चंद्र सिंह राही द्वारा यह गीत लिखा गया था । यह गीत एक सच्ची घटना पर आधारित है यह गीत 70 -80 के दशक में कोटद्वार रेलवे स्टेशन पर एक भीख मांगने वाले झोक्की नाम के एक जोगी , जो कि जन्मांध थे। की देन है। 1985 में जब चंद्र सिंह रही का कोटद्वार जाना हुआ तो तभी उनकी मुलाकात झोक्की से हुई ।
तभी राही ने झोक्की से वहाँ का हालचाल पूछा तो झोक्की ने बताया कि यहाँ आजकल दुगड्डा व लैंसडाउन के आसपास के क्षेत्रों में बाघ लगा है । तभी झोक्की ने एक इसकी गीत के कुछ बोल चंद्र सिंह राही को सुनाए। तभी राही ने उनके बोल सुनकर इस गीत को एक अलग अंदाज में एक छोटे से प्रोग्राम में गाया और यह गीत सबसे पहले चंद्र सिंह राही ने मुंबई में हो रहे स्टेज शो में गाया था। तब कैसिटों जा दौर था तो यह गीत ज्यादा लोगो तक नहीं पहुंच पाया ।
उसके बाद आज गीत को कुछ नए कन्दाज में उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध लोकगायिका कल्पना चौहान, स्वर्गीय लोकगायक पप्पू कार्की व साथ मे संदीप सोनू द्वारा यह गीत गाया गया । इस गीत को नीलम उत्तखण्डी यूटयूब चैनल से रिलज किया गया था । इस गीत को 5 करोड़ 37 लाख से भी ज्यादा लोगों ने देखा।
"बरण्डी बोतल त्वेमा मेरो मन" वीडियो गीत भी सुपर हिट रहा
इस वीडियो में अपनी साली की तुलना बरण्डी बोतल से की है जैसे कि कोई बरण्डी पीने वाला अपनी बोतल को हमेशा याद करता है वैसे ही जीजा अपनी साली की तारीफ करते हुए अपनी साली को याद करता हैं। इस गीत में खुद ही संदीपसोनु ने अभिनय किया है साथ में नीरू बोरा द्वारा भी अभिनय किया गया। इस गीत के गीतकार कृष्णा सिंह कार्की है। इस गीत में संगीत नितेश बिष्ट ने दिया है। ढोल दमोँ को सुभाष पांडे द्वारा बजाया गया है।