ब्यूरो (UNV)
संगीत के क्षेत्र में कुमाऊं मंडल हल्द्वानी के रहने वाले लोकगायक राकेश खनवाल व दीपा नगरकोटी का गीत रिलीज हुआ है। "छीन पताल की घस्यारी" यह पारम्परिक झोड़ा-चाचरी है। इस झोड़े का वर्णन राकेश व दीपा दोनों ने किया है। इस झोड़ा-चाचरी में बताया गया है कि कैसे पुराने समय में एक प्रेमी अपने प्रेमिका से कैसे बात करता था और किस तरह से मिलना हुआ करता था और एक दूसरे से कैसे पहचान हुआ करते थी ।इसी तरह से यह गीत को लोगों के बीच प्रस्तुत किया है।
झोड़ा-चाचरी एल्बम |
राकेश खनवाल व दीपा नगरकोटी के गीतों को लोग खूब पसंद करते हैं। इनके गीतों को उत्तराखंड समेत कई अन्य राज्यों तक इनके गीतों को लोग सुनते है। इसी तरह के पारम्परिक गीत या झोड़ा-चाचरी को आज भी लोग पसन्द करते है। राकेश का यह गीत लोगों को खूब पसंद आ रहा है । इस गीत को दीपा नगरकोटी ने अपने ऑफिसियल यूट्यूब चैनल में अपलोड किया है। इस गीत में संगीत उत्तराखंड के मसहूर रिकॉर्डिस्ट व संगीतकार सागर शर्मा ने दिया है।
इस गीत को हल्द्वानी पी.के. स्टूडियो में नीरज उप्रेती ने रिकॉर्ड किया है। राकेश व दीपा के गीत यूट्यूब पर अपलोड है। इनके कई सुपरहिट गीत यूट्यूब में है। राकेश के गीत चन्दा वे, पधाने की चेली, मन को बाटो, पहाड़ ठंडो पानी, मधुली देवीधुरे की , बसन्ती छोरी आदि गीत सुपरहिट गीत रहे । राकेश के यूट्यूब में 30 से 35 गीत अपलोड है। जिनको लोग खूब पसंद करते है। दीपा नगरकोटी व राकेश ने कई राज्यों में अपनी लाइव स्टेज शो देखर लोगों के दिलों में राज किया है।
दीपा नगरकोटी उत्तराखंड में कई जागरण व मंदिरों में भजन गाने का भी बहुत शौक रखती है। दीपा नगरकोटी ने गीत हे सोनू, मेरी हिया, झुमका, मोहना, मायादार दीपा,साली उमा, म्यारा स्वामी ,ऐ जाओ पहाड़ सहित कई गीत सुपरहिट रहे। जिन गीतों ने दीपा को एक संगीत जगत में पहचान दिलायी।