नंदन सिंह ने हाल ही में कुमाऊँ कमिश्नर आई ए एस दीपक रावत, लोक गायिका माया उपाध्याय, वर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के चित्रों को भी बनाया।
नंदन सिंह -पेंटर |
खड़क सिंह मेहता ब्यूरो
बागेश्वर। उत्तराखण्ड के युवाओं में प्रतिभा की कमी नहीं है। हर क्षेत्र में पहाड़ के युवा पीढ़ी आगे बढ़ रही है। चाहे वह खेल, संगीत, कला तथा शिक्षा हर वर्ग में पहाड़ के युवाओं की प्रतिभा झलकती है। जी हां हम ऐसे ही एक युवा व्यक्ति की बात करने जा रहे हैं राज्य के बागेश्वर जनपद के अंतर्गत आने वाला गांव लेटी निवासी नंदन सिंह की। जिन्होंने बचपन से ही काफी संघर्ष किया है, आज उनकी कलाकारी (पेंटिंग) पूरे प्रदेश में छा रही है। नंदन की पेंटिंग को देख राज्य के वर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी वाह वाही करने में पीछे नहीं हटे। नंदन की पेंटिंग की खूब तारीफ की, जब खुद मुख्यमंत्री की एक सुन्दर तस्वीर पेंटिंग कर नंदन उनके पास पहुँचे तभी नंदन को खूब शाबासी दी साथ ही कहा कि आपकी मेहनत खूब रंग लायेगी और इसी तरह से आगे बढ़ते रहें। नंदन को बचपन से ही पेंटिंग का काफी शौक था। वह किसी कारण से अपनी शौक को पूरा नही कर पाए ।
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नंदन सिंह के बारे में जानें Painter Nandan Singh Biography
नंदन सिंह का जन्म 15 जून 1984 बागेश्वर जनपद के लेटी में हुआ। उनके पिताजी CRPF से रिटायर्ड थे, जिनका निधन हो गया है। उनकी माता बिश्नुली देवी गृहणी है, छोटा भाई जगदीश भारतीय सेना में तैनात हैं। नंदन की 2005 में शादी हो गयी। उनकी एक लड़की व एक लड़का है। लड़की 11वीं कक्षा व लड़का 6वीं कक्षा में पढ़ता है।
एक झलक इन पेंटिंग पर |
नंदन की शिक्षा Nandan Singh Education
नंदन सिंह ने प्राथमिक शिक्षा अपने गाँव से की। 8वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद हाईस्कूल व इंटर की पढ़ाई जी आई सी बागेश्वर से की। पढ़ाई पूरी करने के बाद नंदन नौकरी की तलाश में साल 2001 में जयपुर निकले। वहां निजी कंपनी में नौकरी मिल गयी। अभी वर्तमान में नंदन अपने परिवार के साथ जयपुर में ही रहते हैं।
नंदन सिंह ने कैसे की पेंटिंग की शुरुआत
नंदन सिंह से हमारी टीम की फ़ोन पर बात हुई उन्होंने बताया की 2019 में जब पूरे देश भर में कोरोना जैसे महामारी फ़ैल गयी, लॉकडावन लग गया । तभी अपने गांव लौट आए। तभी अपनी बचपन के अधूरे शौक को पूरे करने की ठानी। करीब 3 महीने कमरे में समय बिताने के लिए बच्चों के साथ पेंटिंग करना शुरू किया। धीरे धीरे पेंसिल, स्कैच पेन से चित्र बनाना करना शुरू कर दिया। नंदन बचपन से ही दीवारों, पत्थरों, पत्तों पर पेंटिंग किया करता थे। जब भी समय मिलता गया नंदन अपनी पेटिंग को बनाते रहे। जब नंदन ने कलर पेंटिंग की शुरुआत कैनवास पर करना शुरू किया। तभी वहीं सोमेश्वर निवासी एक व्यक्ति ने इनकी पेंटिंग देखी और उन्होंने नंदन को कहा कि बच्चों की पेंटिंग बनाने को और नंदन ने उनका चित्र बनाकर उन्हें दिया और वह बहुत प्रसन्न हुए। नंन्दन ने यह भी बताया कि कानपुर, मुम्बई, बैंगलोर आदि जगहों से पेंटिंग बनवाने की मांग आयी और सभी को बेहतरीन चित्र बनाकर भेंट की।
नंदन की पेंटिंग |
नंदन सिंह ने हाल ही में उत्तराखंड के कई महान चर्चित व्यकित्तियों की फोटो पेंटिंग करना शुरु कर दिया, जैसे की कुमाऊँ कमिश्नर आई ए एस दीपक रावत, स्वर कोकिला लोक गायिका माया उपाध्याय, वर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, मसकबीन बजाते कलाकार, बागेश्वर शहर का सुन्दर दृश्य व अभी तक करीब 150 से ज्यादा पेंटिंग चित्र बना चुके हैं। नंदन जयपुर में रह कर भी उत्तराखंड की संस्कृति से लगाव बनाये रखते हैं। नंदन ने बताया कि ड्यूटी से आने के बाद वह 3 से 4 घंटे अपनी पेंटिंग बनाने में बिताते हैं। उन्होंने यह भी कहा की करीब एक फोटो को बनाने में 4 -5 दिन लग जाते हैं। अब बागेश्वर में होने वाला प्रसिद्ध उत्तरायणी मेले में नंदन सिंह ने चित्र प्रदर्शनी लगाने की ठानी है। लोगों का अच्छा सहयोग मिलने के बाद अब बागेश्वर उत्तरायणी मेले में सभी पेटिंग कैनवास फोटो मिल सकेंगे।