मनोज सामन्त को वर्ष 2017 में लोक गायक के तौर पर आकाशवाणी से सम्मानित किया गया था
गायक - मनोज सामन्त |
ब्यूरो चीफ
पिथौरागढ़। उत्तराखंड के संगीत जगत में बीते कई वर्षों से काम कर रहे युवा गायक मनोज सामन्त के कई सुपरहिट कुमाऊनी गीत रिलीज हो चुके हैं। पहाड़ की संस्कृति को आगे बढ़ाने में अपनी महत्व पूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। झोड़ा चाचरी, परम्पतिक गीत, डांस गीत आदि प्रकार के गीतों में अपनी मधुर आवाज दी है। इनके गीतों को लोग खूब पसंद करते हैं।
गायक मनोज सामन्त की जीवनी ( Singer Manoj Samant Biography)
लोक गायक मनोज सिंह सामंत जिनका जन्म 3 अगस्त 1995 शेर सिंह सामंत जी के घर पाली पोस्ट पोखरी में हुआ था। जो की जनपद पिथौरागढ़ के विकासखंड गंगोलीहाट में स्थित है। मनोज सामन्त के साधारण परिवार में चार भाई और एक बहन है जिनमें से दो भाई और एक बहन की शादी हो चुकी है। मनोज अभी शादीशुदा नहीं है।सम्मानित करते मुख्यमंत्री धामी |
मनोज सामन्त की शिक्षा Education of Manoj Samant
मनोज सामन्त की प्रारंभिक शिक्षा गांव के स्कूल से हुई तथा आगे की पढ़ाई राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पोखरी से हुई। स्नातक की पढ़ाई देहरादून एसजीआरआर से पूरी की। उनकी परिवार की स्थिति ठीक न होने के कारण से इन्होंने कई स्कूलों में प्रवेश किया और उनके माता-पिता का देहांत के बाद उनका भरण-पोषण इनके बड़े भाई महेश सामन्त ने किया।वर्ष 2008 में अपने भाई के साथ देहरादून रहने लगे उन्होंने संगीत की पहली शिक्षा अपने चाचा खड़क सिंह सामंत के द्वारा ली थी। मनोज सामन्त ने बताया कि बचपन से ही संगीत में रुचि थी उन्होंने पहली बार गांव में हो रहे रामलीला में माता सीता का पाठ लगातार 4 साल तक खेलते रहे, तभी से गांव में छोटे-छोटे सांस्कृतिक कार्यक्रम में अपना भाग लिया करते थे। जब देहरादून आए तो देहरादून में भी कई सामाजिक संस्थाओं द्वारा अपना स्टेज शो में भी भाग लिया करते थे। धीरे-धीरे उन्होंने दूरदर्शन सीआईडी सीरियल में भी कदम रखा।
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इनका अच्छा प्रदर्शन होने के साथ-साथ लोगों का प्यार मिलता गया तभी मनोज ने पहाड़ की संस्कृति की ओर अपनी रुचि रखी। जिसके बाद वर्ष 2013 में इन्होंने पहला गीत रिकॉर्ड किया। गीत का नाम था "ढोल बाजे ला घमा घम" इस गीत से मनोज को खासा पहचान नहीं मिल पाई। बीच-बीच में स्टेज प्रोग्राम करने शुरू किए जिससे मनोज की पहचान लोगों के बीच में बढ़ने लगी। वर्ष 2017 में Ghughuti। Song "घुघुती" गीत नन्दा कैसिट्स से रिलीज किया। यह गीत ने मनोज सामन्त को पूरे उत्तराखंड में पहचान दिलाई । मनोज सामंत का सुपरहिट गीत बन के रह गया। इस दौरान उनको लोक गायक के तौर पर आकाशवाणी से सम्मानित किया गया। कई स्टेज प्रोग्रामों में अच्छा प्रदर्शन होने का सम्मान भी दिया गया है । वर्ष 2018 में मनोज सामन्त का मेरा नैन लड़ी ग्याला प्रेम गीत रिलीज हुआ। इसके बाद मनोज के कई सुपरहिट गीत मार्किट में आ गए हैं।
पारम्परिक झोड़ा |
मनोज सामन्त के सुपरहिट गीत Manoj Samant Superhit Song
- मधुली बारी-बारी
- मैया काली का भजन
- उत्तरायणी कौतिक
- घिनोड़ी
- घस्यारी
- ओ सजनी
- कृष्णा भजन
- भिटौली
- सरूली बाना
- चांदी को बटन
- ममता स्याळी
- सल्ट बाजार
- पहाड़ी अंताक्षरी
- हिट दे हीरू छम