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Kapkot: पोथिंग का यह प्राइमरी स्कूल आंगनबाड़ी कार्यकर्ती के हाथों चल रहा, 21 बच्चों का भविष्य खतरे में

राजकीय प्राथमिक विद्यालय शोभाकुण्ड

यह क्षेत्र पूर्व विधायक शेर सिंह गढ़िया का गृह क्षेत्र है, जहाँ अभी भी विकास के नाम पर बड़े बड़े वादे किये गए, कार्य एक भी पूर्ण रूप से नहीं

कपकोट। जिस प्राथमिक विद्यालय में मीलों दूर से पढ़ने आते थे बच्चे अब उस स्कूल एक नाम का ही रह गया है, जी हां हम बात कर रहे हैं कपकोट विधानसभा के अंतर्गत आने वाला गाँव पोथिंग तोक शोभाकुंड की। जहाँ इस स्कूल से सैनिक स्कूल घोड़ाखाल, नवोदय विद्यालय, राजीव विद्यालय में बच्चे निकलते थे आज इस विद्यालय के ऐसे हाल इस प्रकार से है कि जहां मात्र 21 बच्चे पढ़ रहे हैं। जहाँ बीते वर्षों पहले 60 से 70 बच्चे इस स्कूल में पढ़ने आते थे तभी यह स्कूल पूरे बागेश्वर जनपद समेत राज्य तक चर्चा में रहता था। शोभाकुंड का यह प्राथमिक विद्यालय आंगन बाड़ी कार्यकर्ती के हाथों चल रहा है, और स्थानीय लोगों एवं अभिभावकों का कहना है कि हमारे बच्चों का भविष्य खतरे में है, बीते महीनों से यहां के लोग और स्कूल अध्यापकों के राह देख रहे हैं। देखते देखते महीनों बीत गए है पर अभी तक कोई अध्यापकों की तैनाती नहीं की गई। 

Pothing Shobhakund School Bageshwar 
राजकीय प्राथमिक विद्यालय शोभाकुण्ड

आपको बता दें कि यह क्षेत्र पूर्व विधायक शेर सिंह गढ़िया जी का गृह क्षेत्र भी है। ग्रामीणों एवं अभिभावकों में काफी रोष है, विद्यालय में अध्यापकों की जल्द से जल्द तैनाती के लिए उप शिक्षा अधिकारी कपकोट को आज ज्ञापन सौंपा गया है। ग्रामीणों ने बताया कि इससे पूर्व भी कई बार उप शिक्षा अधिकारी कपकोट, जिला शिक्षा अधिकारी बागेश्वर को लगातार इस विषय से अवगत किया गया है, लेकिन उन्होंने आश्वासन के सिवा कुछ भी नही दिया। ज्ञापन में ग्रामीणों ने बच्चों का भविष्य को लेकर जल्द ही शोभाकुंड विद्यालय में अध्यापकों की तैनाती की मॉग की है। जल्द ही इस मांग को पूरा न होने पर उग्र आंदोलन के बाध्य होंगे। यहां एक ओर विद्यालय भवन जर्जर हालत में है। भवन के दीवारों एवं किचन में बड़ी बड़ी दरारें पड़ी हुई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि गाँव के जनप्रतिनिधि भी इस पर अनदेखा कर रहे हैं। स्कूल के साथ साथ बच्चों की जान को भी खतरा है। बरसात के दिनों में विद्यालय भवन की छत टपकता है जिसमे बच्चों को और भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। 

शोभाकुंड सड़क से मुख्य तोक छोया को जोड़ने वाला मार्ग तीन महीनों से बंद है, जिसका अभी तक कोई सुध नहीं ले रहा है इस तोक में लगभग 175 परिवार रहते हैं जिसमें से कई परिवार बच्चों की शिक्षा, रोजगार की तलाश में पलायन कर चुके हैं। खास्तहाल मार्गों पर चलने से गांव वाले बहुत परेशान हैं, मुख्य मोटर मार्ग चिराबगड़ से पोथिंग पर बीते एक दशक से किसी भी तरह से डामरीकरण नहीं किया गया वाहनों का आवागमन में यात्रियों को भी भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। राज्य सरकार तथा स्थानीय विधायक द्वारा पोथिंग गाँव की परेशानियों को अनदेखा किया जा रहा है। मोटर मार्ग जो तहसील क्षेत्र को जोड़ता है, इस सड़क मार्ग भी जानलेवा बना हुआ है। आये दिन कई नेताओं एवं अधिकारियों द्वारा बड़े बड़े वादे किए जाते हैं, जो वादे के वादे ही रह जाते हैं और जनता विकास की राह देखते रह जाती है। यहाँ के ग्रमीणों में काफी रोष है जल्द ही उक्त मांग को पूरी किया जाय, मांग पूरी न होने पर उग्र आंदोलन की तैयारी रहेगी।