हरीश सिंह असवाल - शहीद जवान |
बागेश्वर का जवान हरीश सिंह जम्मू कश्मीर में हुआ शहीद, परिजनों में मचा कोहराम
Solder Harish singh aswal
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उत्तराखंड वीरों की भूमि के लिए समूचे जम्मू से एक दुःखद खबर सामने आ रही है। जहाँ देवभूमी का लाल शहीद हो गया है। जहाँ इस खबर से शहीद जवान के परिवार में कोहराम मचा हुआ है वहीं पुरे क्षेत्र में भी शोक की लहर दौड़ गई है। बताया जा रहा है कि राज्य के बागेश्वर जनपद के काफलीगैर तहसील क्षेत्र के अंतर्गत आने वाला गाँव असों मल्लाकोट निवासी हरीश सिंह असवाल जम्मू कश्मीर में शहीद हो गया है। मिल रही जानकारी के अनुसार शहीद हरीश सिंह का पार्थिव शरीर शुक्रवार को उनके गांव पहुँचेगा। बागेश्वर सरयू नदी के तट पर सैन्य सम्मान के साथ अंत्येष्टि की जायेगी।
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आपको बता दें कि काफली गैर के असों मल्लाकोट निवासी शहीद हरीश सिंह असवाल 38 वर्षीय पुत्र प्रताप सिंह असवाल दो पैरा रेजिमेंट में कार्यरत थे। इन दिनों हरीश सिंह की ड्यूटी उधमपुर जम्मू कश्मीर में थी। जहाँ चल रहे एक ऑपरेशन के दौरान बीते 14 नवम्बर को वह शहीद हो गए। ग्राम प्रधान नंदन सिंह असवाल ने बताया कि उनकी यूनिट के शहीद जवान का पार्थिव शरीर को लेकर जम्मू कश्मीर से गाँव बागेश्वर के लिए रवाना हो गए। जिला पंचायत सदस्य नंदन सिंह रावत तथा ग्रामीण गोपाल सिंह असवाल ने बताया कि घटना की सूचना 14 नवम्बर के सुबह उनके परिजनों को मिली। इसी सूचना से परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। शहीद हरीश के पिता प्रताप सिंह असवाल एक रिटायर्ड शिक्षक है। माता मोहनी देवी और पत्नी भावना देवी एक कुशल गृहणी हैं। उनके दो बच्चे गुंजन और आदित्य जो अल्मोड़ा में पढ़ाई कर रहे हैं। शहीद हरीश का एक भाई गाँव में दुकान चलाते हैं और दूसरा भाई नौकरी करता हैं।