Ganesh gariya |
कपकोट के लीली गाँव निवासी गणेश गड़िया ग्लोबल प्रेस्टीजियस अवॉर्ड से हुए सम्मानित, परिजनों में ख़ुशी का माहौल
बागेश्वर जनपद के कपकोट तहसील क्षेत्र के अंतर्गत आने वाला गाँव लीली निवासी गणेश गढ़िया को शोधकार्य व अध्यापन में उनके उत्कृष्ट योगदान को देखते हुए वर्थी वैलनेस फाउंडेशन द्वारा ग्लोबल प्रेस्टीजियस अवॉर्ड व Iconic Peace Award Council द्वारा Honorary Doctorate Award से सम्मानित किया गया है। आपको बता दें कि इससे पूर्व उन्हें अपने शोधपत्र भारतीय संस्कृति में हिंदी भाषा का स्थान के लिए इन्हें संगम अकादमी कोटा राजस्थान के द्वारा राष्ट्रीय हिंदी सेवा सम्मान, ज्ञान उदय फाउंडेशन कोटा राजस्थान के द्वारा इंडियन आइकन अवार्ड 2023 व इंडिया प्राउड बुक ऑफ रिकॉर्ड के द्वारा भारत गौरव सम्मान 2023 से और हाल ही में उनके एक और शोधपत्र "political consciousness of rural life" ग्रामीण जीवन की राजनीतिक चेतना के लिए ज्ञान उदय फाउंडेशन कोटा राजस्थान द्वारा द इंटनेशनल अचीवर अवॉर्ड 2023 व उत्तराखंड आइकॉन अवॉर्ड, वर्थी वैलनेस फाउंडेशन द्वारा राष्ट्रीय प्रतिष्ठा पुरस्कार व वर्तमान ग्रामीण समाज में युवाओं की मनोदशा पर शोधकार्य के लिए संगम अकादमी कोटा द्वारा स्वामी विवेकानंद मेमोरियल अवार्ड 2024 से सम्मानित किया जा चुका है। इसी वर्ष उनका नाम इंडिया प्राउड बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी दर्ज किया जा चुका है।
Iconic Peace Award Council |
हमसे बातचीत में उन्होंने बताया कि उनकी प्रारंभिक शिक्षा प्राथमिक विद्यालय कपकोट व हाईस्कूल इंटर कॉलेज असों व इंटरमीडिएट राजकीय इंटर कॉलेज कपकोट से पूर्ण की है, और उच्च शिक्षा राजकीय महाविद्यालय बागेश्वर से पूर्ण की।वर्ष 2019 में उन्होंने राजनीति शात्र में नेट की परीक्षा भी उत्तीर्ण की है। वर्तमान में माँ उमा जूनियर हाईस्कूल पतियासार में प्रिंसिपल के रूप में कार्यरत हैं। वे अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, गुरुजनों खासतौर पर डॉ ममता जोशी जी व अपने दादा स्व श्री मधन सिंह गढ़िया (भूतपूर्व प्रधानाचार्य इंटर कॉलेज शामा) को देते हैं। गणेश की इस उपलब्धि पर परिजनों में काफी खुशी है।