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Bageshwar: डीएम अनुराधा पाल ने पोलिंग बूथों का स्थलीय निरीक्षण कर जायजा लिया तथा अधिकारियों को दिए दिशा निर्देश

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डीएम अनुराधा पाल ने पोलिंग बूथों का स्थलीय निरीक्षण कर जायजा लिया तथा अधिकारियों को दिए दिशा निर्देश

बागेश्वर जिलाधिकारी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराधा पाल कपकोट विधानसभा के दौरे पर रही । इस मौके पर आगामी 19 अप्रैल मतदान दिवस की तैयारियों को लेकर जिले की दोनों विधानसभाओं के पोलिंग बूथों पर मतदाताओं के लिए की गई मूलभूत सुविधाओं को देखा गया। जिला निर्वाचन अधिकारी ने राजकीय प्राथमिक विद्यालय आरे, हरसीला, करुली समेत अनेक पोलिंग बूथों का स्थलीय निरीक्षण कर जायजा लिया तथा अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
पोलिंग बूथ पर बिजली, पानी, शौचालय रैंप सही पाए गए। साथ ही पोलिंग बूथों पर शैल्टर और फर्नीचर इत्यादि की भी पर्याप्त उपलब्धता पायी गई। जिला निर्वाचन अधिकारी ने अधिशासी अभियंता जल संस्थान को निर्देशित किया है कि जिले के सभी पोलिंग बूथों पर पेयजल की आपूर्ति सुचारू रखी जाए। कहीं कोई पेयजल को लेकर समस्या आती है तो उसका तुरंत समाधान कर लिया जाय। अधिशासी अभियंता विद्युत को पोलिंग बूथों पर बिजली एवं उरेड़ा विभाग को सुदूरवर्ती पोलिंग बूथों में सोलर प्लांट से प्रकाश की समुचित व्यवस्था सुचारू रखने  के निर्देश दिए। जिला निर्वाचन अधिकारी ने सभी पोलिंग बूथों पर साफ सफाई और स्वच्छता का विशेष ध्यान रखने के निर्देश मुख्य शिक्षा अधिकारी को दिए।
पोलिंग बूथों के निरीक्षण के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी ने बीएलओ से मतदाता सूची के अनुसार मतदाताओं को वितरण की गई वोटर स्लिप की अद्यतन जानकारी ली। उन्होंने  बीएलओ को निर्देशित किया कि मतदाता पर्ची समय से मतदाताओं को उपलब्ध करा दी जाय। ताकि मतदान के दिन किसी भी मतदाता को परेशानी न हो सके।  पोलिंग बूथ प्राथमिक विद्यालय आरे में 660 मतदाताओं के सापेक्ष 623 को मतदाता पर्ची का वितरण किया गया। जबकि प्राथिमक विद्यालय हरसीला बूथ में 635 वोटर के सापेक्ष 620 और करुली में 475 के सापेक्ष 423 मतदाताओं को वोटर स्लिप बांट दी गई है। अमूमन अधिकांश बीएलओ द्वारा वोटर स्लिप का वितरण कर लिया है। इस दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी ने मतदाताओं को मतदाता पर्ची और निमंत्रण पत्र (न्यूत) देकर 19 अप्रैल को मतदान देने के लिए प्रेरित किया। जिला निर्वाचन अधिकारी ने स्वीप टीम को मतदान प्रतिशत बढ़ाने एवं लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से गांव-गांव में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए।