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Kapkot : कपकोट के गणेश गढ़िया को नेशनल आइकॉन अवार्ड 2024 से किया गया सम्मानित

गणेश गढ़िया

कपकोट के गणेश गढ़िया को नेशनल आइकॉन अवार्ड 2024 से किया गया सम्मानित

बागेश्वर  के कपकोट तहसील क्षेत्र का निवासी गणेश गढ़िया को उनके उत्कृष्ट शोधकार्यों में देखते हुए, वेल्ड्रेड फाउंडेशन पश्चिम बंगाल के निर्देशक रासबिहारी कायेट द्वारा नेशनल आइकॉन अवार्ड 2024 "National Icon Award -2024" से सम्मानित किया गया। इससे पूर्व उन्हें वर्थी वैलनेस फाउंडेशन द्वारा "ग्लोबल प्रेस्टीजियस अवॉर्ड" व Iconic Peace Award Council द्वारा "Honorary Doctorate Award" से सम्मानित किया जा चुका है।  साथ ही अपने शोधपत्र "भारतीय संस्कृति में हिंदी भाषा का स्थान" के लिए इन्हें संगम अकादमी कोटा राजस्थान के द्वारा राष्ट्रीय हिंदी सेवा सम्मान, ज्ञान उदय फाउंडेशन कोटा राजस्थान के द्वारा इंडियन आइकन अवार्ड 2023 व इंडिया प्राउड बुक ऑफ रिकॉर्ड के द्वारा भारत गौरव सम्मान 2023 से और हाल ही में उनके एक और शोधपत्र "political consciousness of rural life" ग्रामीण जीवन की राजनीतिक चेतना के लिए ज्ञान उदय फाउंडेशन कोटा राजस्थान द्वारा द इंटनेशनल अचीवर अवॉर्ड 2023 व उत्तराखंड आइकॉन अवॉर्ड, वर्थी वैलनेस फाउंडेशन द्वारा राष्ट्रीय प्रतिष्ठा पुरस्कार व वर्तमान ग्रामीण समाज में युवाओं की मनोदशा पर शोधकार्य के लिए संगम अकादमी कोटा द्वारा स्वामी विवेकानंद मेमोरियल अवार्ड 2024 से सम्मानित किया जा चुका है। 

नेशनल अवॉर्ड


इसी वर्ष उनका नाम इंडिया प्राउड बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी दर्ज किया जा चुका है। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राथमिक विद्यालय कपकोट व हाईस्कूल इंटर कॉलेज असों व इंटरमीडिएट राजकीय इंटर कॉलेज कपकोट से पूर्ण की है, और उच्च शिक्षा राजकीय महाविद्यालय बागेश्वर से पूर्ण की। वर्ष 2019 में उन्होंने राजनीति शास्त्र में नेट की परीक्षा भी उत्तीर्ण की है। वर्तमान में माँ उमा जूनियर हाईस्कूल पतियासार में प्रधानाचार्य के पद पर कार्यरत हैं। वे अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, गुरुजनों खासतौर पर डॉ ममता जोशी जी व अपने दादा स्व श्री मधन सिंह गढ़िया (भूतपूर्व प्रधानाचार्य इंटर कॉलेज शामा) को देते हैं।